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Read this article in Hindi to learn about the tests conducted to identify various components present in the cell wall of plant cells.
आप जानते हैं कि वनस्पति-कोशिकाएँ एक दृढ़ कोशिकाभित्ति से घिरी रहती है । कोशिका-भित्ति में अनेक रासायनिक अवयव उपस्थित रहते हैं उनमें से प्रमुख हैं- सेल्युलोज, लिग्रिन, सुबेरिन एवं म्यूसिलेज ।
इन अवयवों के अवलोकन हेतु निम्न प्रयोग किए जा सकते हैं:
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(A) सेल्युलोज का परीक्षण (Test for Cellulose):
आवश्यक सामग्री:
सूक्ष्मदर्शी, काँच की स्लाइड, कव्हर ग्लास, आयोडीन का घोल, 75% सान्द्रता वाला H2SO4 जल, कागज या कपास के रेशे ।
विधि:
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कपास के रेशों को स्लाइड पर रखकर उसका अवलोकन सूक्ष्मदर्शी में कीजिए एवं रेशों की मोटी भित्ति देखिए । अब रेशे पर कुछ बूंदें जल की डालें एवं उस पर कुछ बूंदें आयोडीन के हल्के घोल की डालिए । रेशों की भित्ति भूरे रंग की होने लगी है । अब एक बूँद 75% H2SO4 की डालकर उस पर थोड़ा-सा जल डालिए ।
अवलोकन:
रेशे पीले रंग के हो जाते हैं जो कि रेशों की भित्ति में सेल्युलोज की उपस्थिति दर्शाते हैं । (सेल्युलोज की उपस्थिति एवं अवलोकन टमाटर के पौधे के तने की काट में भी किया जा सकता है । इस हेतु तने की पतली अनुप्रस्थ काट को आयोडीन के घोल की एक बूँद में रखिए । एक मिनिट बाद फिल्टर पेपर से आयोडीन सोख लें तथा तने की कटान पर 60-70% H2SO4 की एक बूँद डालें एवं कव्हर-ग्लास से ढंककर उसे तुरन्त सूक्ष्मदर्शी में देखें । तने की कटान में कोशिकाओं की भित्ति फूलकर नीले रंग की हो जाती है)
(B) लिग्निन परीक्षण (Tests for Lignin):
लिग्निन का परीक्षण निम्नलिखित दो विधियों से किया जा सकता है:
आवश्यक सामग्री:
सूक्ष्मदर्शी, टमाटर या सूरजमुखी के तने या माचिस की काड़ी, 1% अल्कोहलिक फ़्लोरोग्लुसिन (alcoholic phloroglucin), conc, HCL आदि ।
विधि:
टमाटर या सूरजमुखी का तना लेकर उसकी पतली अनुप्रस्थ कटानें (T.S.) लें या फिर माचिस की काड़ी की कटान स्लाइड पर लेकर उस पर 1% अल्कोहलिक फ्लोरोग्लुसिन के घोल की बूँद डालिए । अब कटान को कव्हर ग्लास से ढँक दें एवं किनारों से ड्रॉपर की सहायता से conc. HCL कव्हर-ग्लास के भीतर फैलाइये ।
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अवलो
कन:
कोशिका-भित्ति में लाल-बैंगनी रंग लिग्निन पदार्थ की उपस्थिति दर्शाता है ।
आवश्यक सामग्री:
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परीक्षण हेतु टमाटर या सूरजमुखी के तने की कटानें, माचिस की काडी, जल में तैयार किया 1% पोटेशियम परमेंगनेट, हल्का 2% HCL एवं सोडियम बाइकार्बोनेट ।
विधि:
तने की अथवा माचिस की काड़ी की पतली कटानें वॉच ग्लास में रखे 1% पोटेशियम परमेंगनेट के घोल में लगभग 15 से 20 मिनिट रखिए । अब घोल निथारकर कटानों पर 2% HCL डालकर उन्हें अम्ल से धो लें । इसके बाद दूसरे वॉच-ग्लास में कटानों को जल में रखें एवं बार-बार जल बदलकर उन्हें अच्छी तरह से धो लें । अब कटानों पर सोडियम बाइकार्बोनेट की बूँद डालें ।
अवलोकन:
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कटानें गहरे लाल रंग की हो जाती हैं । यह कोशिकाभित्ति में लिग्निन की उपस्थिति को दर्शाता है ।
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(C) सुबेरिन-परीक्षण (Tests for Suberin):
आवश्यक सामग्री:
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बोतल के कॉर्क सुडान-IV (अल्कोहलिक) 50% अल्कोहल, स्लाइड, कवर-ग्लास, जल, ग्लिसरीन आदि ।
विधि:
कॉर्क की पतली कटानें लीजिए । अब इन कटानों को वॉच-ग्लास में रखे अल्कोहलिक सुडान-IV के घोल में 20-25 मिनट तक रखिए । कटानों पर जब स्टेन (stain) हो जाए तब तक अतिरिक्त स्टेन निकालने के लिए कटानों को 50% अल्कोहल से एक बार धो लें । अब कटानों को वॉच-ग्लास में रखे जल में स्थानान्तर करें तथा कुछ देर बाद निकालकर स्लाइड पर रखकर ग्लिसरीन की बूँद डालकर कवर-ग्लास से ढँक दें । सूक्ष्मदर्शी में देखें ।
अवलोकन:
कॉर्क की कोशिकाओं की भित्ति में सुबेरिन पदार्थ लाल रंग के दिखते हैं ।
(D) म्यूसिलेज-परीक्षण (Tests for Mucilage):
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आवश्यक सामग्री:
अलसी का छिलका (Linseed testa), 10% कॉपर सल्फेट का घोल, 10% सोडियम हाइड्रोक्सॉइड, जल, स्लाइड, कवर-ग्लास, ग्लिसरीन आदि ।
विधि:
अलसी के छिलके की पतली कटानें लेकर उन्हें लगभग 20 मिनट तक 10% कॉपर सल्फेट के घोल में रखें । 20 मिनिट बाद कटानों को निकालकर उन्हें जल से साफ करें एवं कटान को स्लाइड पर रखकर उस पर 10% CuSO4 के घोल की दो बूँद डालें एवं निथारकर उस पर ग्लिसरीन की बूँद डालकर कवर-ग्लास से ढंकें तथा सूक्ष्मदर्शी में अवलोकन करें ।
अवलोकन:
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म्यूसिलेज की उपस्थिति वाली कोशिकाएँ चमकीले रंग की हो जाती हैं ।